Indicators on shiv chalisa in hindi lyrics You Should Know
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अर्थ- माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
अर्थ- हे नीलकंठ आपकी पूजा करके ही भगवान श्री रामचंद्र लंका को जीत कर उसे विभीषण को सौंपने में कामयाब हुए। इतना ही नहीं जब श्री राम मां शक्ति की पूजा कर रहे थे और सेवा में read more कमल अर्पण कर रहे थे, तो आपके ईशारे पर ही देवी ने उनकी परीक्षा लेते हुए एक कमल को छुपा लिया।
बुरी आदतें बाद मे और बड़ी हो जाती हैं - प्रेरक कहानी
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
कंबु – कुंदेंदु – कर्पूर – गौरं शिवं, सुंदरं, सच्चिदानंदकंदं ।
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
श्रीरामचरितमानस धर्म संग्रह धर्म-संसार एकादशी
मुदामाकरं मण्डनं मण्डयन्तं महामण्डलं भस्मभूषाधरं तम् ।
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥